NPS से कैसे बेहतर UPS? 5 प्वाइंट्स में समझें पूरा गणित

PM Narendra Modi के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) का ऐलान किया है. जिसमें बहुत कुछ OPS जैसा है, लेेकिन NPS से ये कई मायनों में बेहतर है.

बीते शनिवार को कैबिनेट बैठक के बाद इसकी घोषणा करते हुए केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि ये स्कीम 1 अप्रैल 2025 से लागू होगी.

NPS में ऐसी गारंटी नहीं है, हालांकि, ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) में मिनिमम 20 साल की नौकरी पर बेसिक सैलरी और DA का 50% तक पेंशन के रूप में मिलता है..

NPS में ऐसी गारंटी नहीं है, हालांकि, ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) में मिनिमम 20 साल की नौकरी पर बेसिक सैलरी और DA का 50% तक पेंशन के रूप में मिलता है..

दूसरा फायदा- UPS स्कीम में दूसरा फायदा ये है कि NPS में सरकारी कॉन्ट्रिब्यूशन 14% है, जो यूपीएस में 18.5% होगा. जबकि कर्मचारी अंशदान 10% होगा.

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तीसरा फायदा- ओपीएस की तरह यूपीएस में भी अश्योर्ड मिनिमम पेंशन का प्रावधान है, जो 10000 रुपये प्रति माह है. इसके लिए 10 साल की नौकरी जरूरी है.

चौथा फायदा-  कर्मचारी के मौत के बाद फैमिली में से किसी एक योग्‍य सदस्‍य को कर्मचारी के पेंशन का 60 फीसदी हिस्‍सा दिया जाएगा. OPS में ये प्रावधान है, लेकिन NPS में नहीं.

पांचवां फायदा - यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) में नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) की तरह महंगाई राहत (DR) का लाभ मिलता है.

यूनिफाइड पेंशन स्कीम के तहत लगभग 23 लाख केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों को इसका लाभ मिलेगा.