Delhi Coaching Centre Incident में हुआ एक नया खुलासा, किसी भी विभाग ने नहीं निभाई अपनी जिम्मेदारी

नमस्कार दोस्तों, राजेंद्र नगर (Delhi Coaching Centre Incident) में हुए कोचिंग हादसे को लेकर विभिन्न विभागों में जांच की फाइलें दौड़ाई जा रही हैं। यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि किस विभाग की लापरवाही है। सभी विभागों के अधिकारी एक-दूसरे पर दोष मढ़ने में जुटे हुए हैं। राजधानी में हर काम के लिए कई विभाग बनाये गए हैं। दोस्तों आप को बता दें की बीते दिनों rao coaching में पानी भरने से तीन बच्चो की मौथ हो गई है जिसके कारण माहौल काफी तनाव भरा चल रहा है।

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Delhi Coaching Centre Incident में बड़े खुलासे
Delhi Coaching Centre Incident में बड़े खुलासे

विभागों की जिम्मेदारी और लापरवाही

Delhi Coaching Centre Incident इन विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों की जिम्मेदारी भी तय है, लेकिन अधिकतर कागजों में ही खानापूर्ति की जाती है। जैसा की हम जानते हैं, जब लोगों की जान चली जाती है, तब थोड़े समय के लिए काम होता है और फिर स्थिति वही पुरानी हो जाती है।

इन दिनों में करंट लगने से कई हादसे हुए हैं जिसके कारण लोगों की जान चली गई है। दोस्तों इस मामले में क्या कार्रवाई की गई, यह किसी को नहीं पता। आप को बता दें की, पिछले साल भी करंट लगने से कई लोगों की जान गई थी और स्थिति वही रही। ऐसे हादसे ना हों, इसके लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाते। यही कारण है कि हर साल निर्दोष लोगों की जान जा रही है।

Delhi Coaching Centre Incident में एमसीडी और अग्निशमन विभाग का रोल

अग्निशमन सेवा के अधिकारियों के अनुसार कोचिंग सेंटर के लिए फायर एनओसी का नियम नहीं है। इमारत का उपयोग किस प्रकार होगा, इस पर निर्भर करता है कि एनओसी दी जाए या नहीं। जिस विभाग के अधिकार क्षेत्र में इमारत आती है, वही विभाग अग्निशमन सेवा से एनओसी के लिए कहता है। राव आईएएस इंस्टीट्यूट की एनओसी के लिए एमसीडी ने अग्निशमन सेवा से कहा था।

निरीक्षण के दौरान अग्नि सुरक्षा के सभी उपाय सही पाए गए थे। इमरजेंसी एग्जिट, पानी के लिए टंकी, और बेसमेंट में अग्नि सुरक्षा के उपकरण मौजूद थे। सभी नियमों की जांच के बाद एनओसी दी गई थी। एमसीडी के भवन विभाग की जिम्मेदारी है कि भवन निर्माण के नियमों का उल्लंघन न हो।

कोचिंग सेंटर की इमारत का नक्शा

Delhi Coaching Centre Incident राजेंद्र नगर कोचिंग सेंटर की इमारत का नक्शा पास था और बेसमेंट में स्टोर और पार्किंग की अनुमति दी गई थी। जब पार्किंग और स्टोर की अनुमति थी, तो यहां पुस्तकालय कैसे चल रहा था? एमसीडी ने अग्निशमन सेवा को यह जानकारी नहीं दी थी कि बेसमेंट में पुस्तकालय चल रहा है। हादसे के बाद अग्निशमन विभाग ने एनओसी रद्द कर दी।

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1 thought on “Delhi Coaching Centre Incident में हुआ एक नया खुलासा, किसी भी विभाग ने नहीं निभाई अपनी जिम्मेदारी”

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