Hyundai Moter IPO दक्षिण कोरिया की ह्युंडै मोटर अपनी भारतीय इकाई ह्युंडै मोटर इंडिया का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने की योजना बना रही है।
कंपनी आईपीओ में 17.5 फीसदी हिस्सेदारी बेचकर 3 अरब डॉलर (करीब 25,000 करोड़ रुपये) जुटाना चाह रही है। घटनाक्रम से अवगत सूत्रों ने इसकी जानकारी दी।

अगर ह्युंडै अपनी योजना पर आगे बढ़ती है तो यह भारत का अभी तक का सबसे बड़ा आईपीओ होगा।
Hyundai Moter IPO दो साल पहले आए भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के 21,000 करोड़ रुपये के आईपीओ को भी पीछे छोड़ देगा। सूत्रों ने कहा कि ह्युंडै आईपीओ की मंजूरी के लिए जल्द ही भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास मसौदा दाखिल कर सकती है।
सूत्रों के अनुसार ह्युंडै मोटर इंडिया आईपीओ में नए शेयर जारी नहीं करेगी और इसमें ऑफर फॉर सेल के जरिये मूल कंपनी ह्युंडै मोटर की हिस्सेदारी बेची जाएगी।
इस बारे में ह्युंडै मोटर इंडिया ने टिप्पणी करने से मना कर दिया।
ह्युंडै का आईपीओ भारतीय वाहन उद्योग के लिए मील का महत्त्वपूर्ण पत्थर साबित होगा।
देश की सबसे बड़ी वाहन विनिर्माता मारुति सुजूकी के वर्ष 2003 में सूचीबद्ध होने के बाद ह्युंडै आईपीओ लाने वाली पहली वाहन विनिर्माता कंपनी होगी। इस सप्ताह की शुरुआत में इलेक्ट्रिक दोपहिया बनाने वाली कंपनी ओला इलेक्ट्रिक को आईपीओ लाने के लिए बाजार नियामक सेबी की मंजूरी मिली है।
अगर ह्युंडै का आईपीओ आता है तो दक्षिण कोरिया के बाहर किसी कंपनी को ह्युंडै पहली बार सूचीबद्ध कराएगी।
सूत्रों ने कहा कि कंपनी हिस्सेदारी की बिक्री से 2.5 अरब डॉलर से 3 अरब डॉलर तक जुटाने की उम्मीद कर रही है।
सूत्रों ने कहा कि ह्युंडै आईपीओ के जरिये 17.5 फीसदी तक हिस्सेदारी बेचने के लिए मंजूरी लेना चाह रही है मगर शेयरों की बिक्री इससे कम हो सकती है।
सूत्रों ने पहले अनुमान लगाया था कि ह्युंडै इंडिया का मूल्यांकन 30 अरब डॉलर तक हो सकता है।
विश्लेषकों के अनुसार ह्युंडै मोटर इंडिया आईपीओ से मिलने वाले पैसों का उपयोग भारत में अपनी विस्तार योजना को बढ़ाने में कर सकती है।
कंपनी ने अगले 10 साल में 32,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का पूंजीगत खर्च करने की योजना बनाई है।
ह्युंडै मोटर इंडिया ने हाल ही में जनरल मोटर्स के तलेगांव संयंत्र का अधिग्रहण किया है और कंपनी की उस पर 6,000 करोड़ रुपये निवेश करने की है।
कंपनी तमिलनाडु में अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने पर 26,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
सूचीबद्ध होने से ह्युंडै मोटर इंडिया को पूंजी के लिए अपनी कोरियाई प्रवर्तक पर निर्भर नहीं रहना होगा और टाटा मोटर्स जैसी स्थानीय कंपनियों से मुकाबला करने में वह आर्थिक रूप से ज्यादा सुदृढ़ होगी।
ह्युंडै मोटर इंडिया की स्थानीय स्तर पर विनिर्मित इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री करने के साथ ही चार्जिंग नेटवर्क बनाने और बैटरी कारखाना लगाने की भी योजना है। कंपनी भारत में अपनी उत्पादन क्षमता भी बढ़ाना चाह रही है।
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