Captain Anshuman Singh को मरणोपरांत कीर्ति चक्र सम्मान: पत्नी Smriti Singh ने साझा की अपनी प्रेम कहानी – Captain Anshuman Singh awarded Kirti Chakra posthumously: Wife Smriti Singh shares her love story

Captain Anshuman Singh,: वीरता और बलिदान की अमर कहानी

वौट्सऐप से जुड़े

Captain Anshuman Singh awarded Kirti Chakra posthumously
कैप्टन अंशुमान सिंह को मरणोपरांत कीर्ति चक्र सम्मान (Image Source: money control)

Captain Anshuman Singh, का नाम आज भी गर्व और सम्मान के साथ लिया जाता है। उनकी वीरता और देशभक्ति की कहानियां हमारे दिलों में बसी हुई हैं। उनकी पत्नी, Smriti Singh, और उनकी मां ने हाल ही में राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक सोल्लासित समारोह में राष्ट्रपति Droupadi Murmu के हाथों से मरणोपरांत कीर्ति चक्र प्राप्त किया। यह सम्मान कैप्टन सिंह को सियाचिन में एक आग की घटना के दौरान उनकी असाधारण वीरता के लिए दिया गया था।

प्यार की शुरुआत और संघर्ष

Smriti Singh ने अपने और Anshuman के रिश्ते की भावुक कहानी साझा की। उन्होंने बताया कि यह सब कॉलेज के पहले दिन से शुरू हुआ था। “मैं नाटकीय नहीं होना चाहती, लेकिन यह पहली नजर का प्यार था,” स्मृति ने कहा। उन्होंने यह भी बताया कि कैसे Anshuman ने उन्हें कहा था, “मैं अपने सीने पर पीतल के साथ मरूंगा। मैं एक साधारण मौत नहीं मरूंगा।”

शिक्षा और करियर

Anshuman और स्मृति की मुलाकात एक इंजीनियरिंग कॉलेज में हुई थी, लेकिन Anshuman का चयन आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल कॉलेज (AFMC) में हो गया। स्मृति ने बताया, “हमारी मुलाकात एक इंजीनियरिंग कॉलेज में हुई थी, लेकिन फिर Anshuman का चयन मेडिकल कॉलेज में हो गया। वह बहुत ही बुद्धिमान थे। हमारे मिलने के एक महीने बाद, यह रिश्ता आठ साल के लिए लॉन्ग-डिस्टेंस हो गया।”

विवाह और सियाचिन पोस्टिंग

आठ साल तक लॉन्ग-डिस्टेंस रिलेशनशिप में रहने के बाद, Anshuman और स्मृति ने शादी का फैसला किया। दुर्भाग्यवश, उनकी शादी के दो महीने के भीतर ही Anshuman की पोस्टिंग सियाचिन हो गई। सियाचिन, जिसे दुनिया का सबसे ऊंचा और सबसे कठिन युद्धक्षेत्र माना जाता है, में Anshuman की वीरता का परिक्षण हुआ।

सियाचिन में अदम्य साहस

सियाचिन की कठोर परिस्थितियों में, Captain Anshuman Singh, ने अपनी असाधारण वीरता और साहस का प्रदर्शन किया। एक आग की घटना के दौरान, उन्होंने अपने साथियों को सुरक्षित निकालने के लिए अपने प्राणों की बाजी लगा दी। इस घटना में उनकी जान चली गई, लेकिन उनकी बहादुरी और बलिदान ने पूरे देश को गर्व से भर दिया।

कीर्ति चक्र से सम्मानित

राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक सोल्लासित समारोह में, Smriti Singh और कैप्टन Anshuman की मां ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों से कीर्ति चक्र प्राप्त किया। यह मरणोपरांत सम्मान Anshuman की वीरता और देशभक्ति के प्रति श्रद्धांजलि है।

समर्पण और प्रेरणा

Captain Anshuman Singh, का जीवन और बलिदान हमें हमेशा प्रेरित करता रहेगा। उनकी वीरता और साहस की कहानियां आने वाली पीढ़ियों को देशभक्ति और सेवा के महत्व का एहसास कराएंगी। Anshuman का सपना था कि वह अपने देश के लिए अपनी जान न्योछावर करें, और उन्होंने इसे सच कर दिखाया। उनकी कहानी हमें याद दिलाती है कि असली नायक वे होते हैं जो अपने देश के लिए सब कुछ त्याग देते हैं।

Captain Anshuman Singh, की कहानी एक अमर गाथा है, जो हमें वीरता, साहस और बलिदान का सही अर्थ समझाती है। उनकी यादें हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेंगी, और उनका उदाहरण हमें हमेशा प्रेरित करता रहेगा।

समापन

Captain Anshuman Singh, का बलिदान और उनकी वीरता का सम्मान करना हमारी जिम्मेदारी है। उनकी कहानी हमें सिखाती है कि सच्चे नायक वे होते हैं जो अपने देश और अपने लोगों के लिए अपने प्राणों की आहुति देने से नहीं डरते। आइए, हम सब मिलकर उनके बलिदान को सलाम करें और उनके आदर्शों का पालन करें।

ये भी देखे

क्यों सफेद सूट-नीली टाई में दिखते थे बाबा, पत्नी भी रहती थीं साथ… हाथरस हादसे में फंसे ‘साकार हरि’ की कहानी – Who is Bhole Baba Narayan Shankar Hari Satsang in Hathras
बाढ़ ने मचाया असम में हाहाकार, अब तक 58 ने गंवाई जान; काजीरंगा में जानवरों पर भी खतरा

1 thought on “Captain Anshuman Singh को मरणोपरांत कीर्ति चक्र सम्मान: पत्नी Smriti Singh ने साझा की अपनी प्रेम कहानी – Captain Anshuman Singh awarded Kirti Chakra posthumously: Wife Smriti Singh shares her love story”

Leave a Comment